"समाज में ईश्वर - भक्ति , सदाचार और सत्संग की बढ़ी आवश्यकता है । इन विषयों का प्रचार अधिकाधिक रूप से समाज के अन्दर हो , इसी उद्देश्य से इस पुस्तक का प्रकाशन किया गया है । उपर्युक्त विषयों की विशद व्याख्या इस पुस्तक में आ गई है । " -अ०भा० संतमत - सत्संग - प्रकाशन समिति प्रस्तुत पुस्तक में राजगीर महाधिवेशन, हरिद्वार महाधिवेशन और दिल्ली महाधिवेशन के 27 प्रवचनों का संग्रह किया गया है। जो गुरु महाराज एवं अन्य साधु महात्माओं के हैं और अपने आप में पूर्ण है। इस पुस्तक में 162 पृष्ठ है। पुस्तक का मूल्य ₹30 है। पंचम संस्करण प्रस्तुत है। डाकखर्च अलग।