'सद्गुरु की सर शिक्षा ' लालदास की क्रीड़ा की पुस्तक है। मूवी पदावली के 7 वें पद (" श्री सद्गुरु की धारा शिक्षा , सलाह रख ...") और 9वें पद्य (" प्रेम-भाषा गुरु गुरु, विनवौं कर जुड़वाँ .. .." ) की निरूपण पदावली के ही उद्धरण के प्रकाश में रखा गया है। सद्गुरु कौन हैं? व्यवहार व्यवहार है? जीवात्मा इस शोकदायिनी माया में कैसे आबंटित हुई? पता लगाने का मार्ग क्या है? आदि संतमत की बातें, आदि।
महानुभाव! पद्मावती में जीन्स का वर्णन किया गया है, इस प्रकार- प्रकृति का स्वरूप, जीव, माया, प्राकृतिक, व्यवस्थित, क्रम, आदिमद , संतमत की साधना- विधियाँ (मानस जप, मानस, दृष्टि योग), साधना की धारणाएं, साधना के सत, गुरु का विज्ञान, सद्गुरु के प्रति-प्रतिनिधि, सद्गुरु के युवती के कर्त्तव्य, संत, सत्संग, सत्संग के प्रकार, विषयगत धात्विक, धात्विक के प्रकार, ब्रह्मरूप , गुरु - रूप , ध्यानभ्यास का चिकित्सक, जीवन सुख की शोकरूपता, वैराग्य भावना, जीवन और जगत् की नश्वरता, वाणी की कला, मनुष्य की स्वस्वरूप आदि - आदि । ' सगुरु की सर शिक्षा ' 'सद्गुरु की श्रेणी में' पर ही 'मसी में हीं पदावली' के ज्ञान प्रकाश में ही।
Arerम मोकthष की की की प rirने क rir की इच rasirama ले को जितनी जितनी ज ज ज ज ज आवश आवश सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती सकती इस दृष्टि से देखने की दृष्टि से परम मोक्ष के लिए नई सुविधाएं हैं। एक पद्य और एक - एक शब्द का पूर्ण विवरण। निर्देश में 'सद्गुरु की सर शिक्षा' बुक में पदवली के ही 7 वें पद्य (" श्री सद्गुरु की सर शिक्षा, सलाही चाहिए .... ") और 9वें पद्य (" प्रेम-विद्या गुरु । ।" ) की निरूपण का पहला प्रयास किया गया है।